राजधानी रायपुर में विजयदशमी उत्सव कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के डॉ. सुरेन्द्र शुक्ला जी, मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त भारतीय वायुसेना अधिकारी मंगतूराम डडसेना जी व मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचार प्रमुख कनिराम जी थे। इस अवसर में 14 स्थानों पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की नीव रखी गयी।
बता दे कि राजधानी में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने 14 स्थानों पर स्थापना दिवस मनाया। 1925 में संघ की नींव रखने के बाद पहली बार ऐसा हुआ। संघ ने साल के लक्ष्य को भी तय किया। इस वर्ष संघ सामाजिक समरसता, महिला व पुरुष में भेद खत्म करने, महिला सम्मान व विषमताएं मिटाने पर काम करेगा। इस मौके पर मौजूद स्वयंसेवकों ने पहले तो सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत का नागपुर से लाइव संदेश सुना। इसके बाद उन्हें संघ के प्रारंभिक स्वरूप और बदलाव को लेकर जानकारी दी गई। राजधानी में 14 जगहों पर वक्ताओं के साथ मुख्य अतिथि भी कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके साथ ही समाज के प्रमुखजनों को भी आमंत्रित किया गया था। इसके पहले शस्त्र पूजन किया गया। शहर के प्रमुख मार्गों पर बैंड की धुन पर पथ संचलन भी हुआ। सफेद कमीज, खाकी पेंट, काली टोपी पहने स्वयंसेवकों ने बांसुरी व ड्रम की धुन पर मार्च पास्ट किया।