राजिम। छत्तीसगढ़ का प्रयाग राज अब जिला बनने की ओर अग्रसर होता दिखाई दे रहा है। ब्रह्मलीन संत कवि पवन दीवान जी का सपना बहुत जल्द पूरा होने वाला है। अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से चल रहे मांग अर्थात पिछले 32 सालों से सिर्फ राजिम नवापारा को जिला बनाने की मांग चल रही है। आम जनता मजबूती के साथ अपनी बात रख रहे थे लेकिन जनप्रतिनिधियों की चुप्पी परेशान कर के रख दिया था जो रविवार को क्लियर हो गया। अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धनेंद्र साहू रविवार को रात्रि 8:30 बजे राजधानी रायपुर के मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रतिनिधिमंडल जिनमें पत्रकार, व्यापारी, शिक्षक, डॉक्टर आदि के सामने इन्होंने राजिम नवापारा को जिला बनाने की मांग रखी। तब मुख्यमंत्री ने कहा कि अगला जिला पुनर्गठन जब भी किया जाएगा उसमें राजिम नवापारा प्राथमिकता क्रम पर होगा। उल्लेखनीय है कि राजिम नवापारा दोनों शहर नदी के एक दूसरे किनारे पर बसा हुआ है। व्यापारिक रूप से प्रदेश सरकार को इन दोनों शहरों से अपेक्षा से ज्यादा राजस्व मिलता है। दोनों शहरों में सैकड़ों राइस मिल के साथ ही व्यापार के अनेक कार्य संपादित होते हैं जिससे आसपास के सैकड़ों गांव के लोगों को रोजगार मिला हुआ है। वैसे भी नवापारा नगर पालिका बहुत पुरानी है। नवापारा तहसील मुख्यालय है दूसरी ओर राजिम भी तहसील मुख्यालय है। इस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि राजिम जिला में अभनपुर ब्लॉक, फिंगेश्वर ब्लॉक तथा मगरलोड एवं छुरा ब्लाक के कुछ गांव को मिलाकर जिला का रूप देने की बात रखी। वैसे भी मगरलोड ब्लाक के 25 से 30 गांव तथा छुरा ब्लॉक के इतने ही ग्राम के लोगों का राजिम नवापारा शहर में लेनदेन के साथ ही अनेक कार्य होते हैं इन्हें राजिम नवापारा शहर नजदीक पड़ता है इस लिहाज से इन गांवों को इसी जिला में जोड़ दिया जाए। परिसीमन होने पर सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। जिसके आधार पर राजिम जिला में तकरीबन 200 से भी अधिक गांव आ सकते हैं। अनुमान के मुताबिक तीन लाख तक की जनसंख्या हो सकती है।बताना होगा कि प्रदेश के ही नहीं बल्कि हिंदुस्तान के प्रसिद्ध तीर्थ नगरी में राजिम प्रयाग की गिनती आती है। प्रदेश का सबसे बड़ा मेला संगम की रेत पर लगता है। जिसमें देश विदेश बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक पहुंचते हैं। प्रदेश में प्रयागराज की मान्यता मिली हुई है। अस्थि विसर्जन, स्नान, दान, पिंड दान के साथ ही अनेक धार्मिक कृत्य किए जाते हैं। यहां प्रमुख रूप से भगवान विष्णु का मंदिर राजीवलोचन के नाम से पूरी दुनिया में विख्यात है। संगम के मध्य वनवास काल के दौरान त्रेता युग में माता सीता ने अपने हाथों से रेत से शिवलिंग बनाया था जो कुलेश्वरनाथ महादेव के नाम से विश्व विख्यात है। कमलक्षेत्र की आराध्य देवी मां महामाया विराजमान है। साथ ही कलचुरी कालीन अनेक मंदिर निर्मित किए गए हैं जिसमें उत्कृष्ट कला नक्काशी आज भी इतिहासकार एवं कलानुरागियों के लिए कौतूहल का विषय है। सामाजिक, आर्थिक, व्यापारिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक सभी दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखता है।हो रही विधायक धनेंद्र साहू की सराहनाराजिम नवापारा को जिला बनाने के मुद्दे को लेकर वरिष्ठ विधायक धनेंद्र साहू के एक्टिव मोड में आने के बाद आज मंगलवार को जैसे ही लोगों को प्रिंट मीडिया के माध्यम से पता चला। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राजिम नवापारा को जिला बनाने के लिए प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की है। तब से लेकर दिन भर चौक चौराहे बाजार इत्यादि जगहों पर यह चर्चा होती रही की धनेंद्र साहू राजिम को जिला बनाने में लग गए हैं जिसका शीघ्र परिणाम देखने को मिलेगा। जनता की मांग को प्राथमिकता क्रम पर लेकर काम करने वाले विधायक धनेंद्र साहू की सभी जगह सराहना देखने को मिल रही है।