पटना। राजधानी के राजीव नगर थाना क्षेत्र की मजिस्ट्रेट कालोनी रोड नंबर पांच में दिनदहाड़े 10 वर्षीय बालक को अगवा करने का प्रयास किया गया। घटना शनिवार की दोपहर सवा से डेढ़ बजे के बीच हुई। बालक के शोर मचाने पर राहगीर इकट्ठा हो गए। लोगों की भीड़ जमा होने पर दो लड़कियां और उनका बुलेट वाला दोस्त फरार हो गए। वारदात की जानकारी मिलने पर बालक के पिता रंजीत कुमार ठाकुर ने थाने में लिखित शिकायत दी।
पूरी घटना सीसी कैमरे में कैद हो गई है। पुलिस को फुटेज भी मिल गया है। प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि आवेदन मिलने के बाद छानबीन शुरू कर दी गई है। नानी के घर जा रहा था बालक एसके नगर इलाके में रंजीत का स्टूडियो है। वे परिवार के साथ मजिस्ट्रेट कालोनी स्थित शांति वाटिका में रहते हैं। दोपहर करीब सवा बजे उनका छोटा बेटा साइकिल से उसी मोहल्ले के रोड नंबर चार स्थित ननिहाल जाने के लिए घर से निकला था। रोड नंबर पांच के मोड़ पर दो लड़कियों ने उसे रोक लिया और चाकलेट, खिलौने आदि का प्रलोभन देकर साथ ले जाने लगीं। बालक मना करने लगा तो बुलेट बाइक पर सवार एक युवक भी वहां आ गया। उसने जोर.जबरदस्ती कर बच्चे को बाइक पर बिठाने का प्रयास किया।
इतने में एक परिचित रिक्शा चालक की नजर उस बच्चे पर पड़ गई। रिक्शा चालक को देखकर बालक जोर.जोर से बचाओ, बचाओ चिल्लाने लगा, जिसके बाद राहगीर इकट्ठा हो गए। उन्होंने बालक को छुड़ा लिया। बहाना बनाने लगी लड़कियां, हाथापाई भी हुई राहगीरों ने दो लड़कियों और युवक को घेर लिया। उन्होंने पुलिस को बुलाने की बात कही तो एक लड़की ने कहा कि बालक उसका मोबाइल चोरी कर भाग रहा था। जब लोगों ने इसका प्रमाण मांगा तो दूसरी लड़की बोली कि बालक ने उसे गलत तरीके से छुआ। विरोधाभासी बयान पर लोगों को शक हुआ। उन्होंने पुलिस के आने तक तीनों को वहीं रहने को कहा। इस पर युवक हाथापाई पर उतारू हो गया और मौका पाकर तीनों भाग निकले।