गरियाबंद/ पांडुका। जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जतमई धाम में शनिवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। बस की चपेट में आकर एक महिला की मौत हो गई, वहीं उसके 6 माह के दूधमुंहे बेटे ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। हालांकि बच्चा बस की चपेट में नहीं आया था। बस रिवर्स ले रही थी। इधर पीछे महिला अपने बच्चे को दूध पिला रही थी। उसने बस को देखकर बच्चे की जान बचाने के लिए उसे दूर फेंक दिया और खुद बस के पहिये के नीचे आ गई। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे के बाद बस ड्राइवर फरार हो गया। इस हादसे के बाद यहां की पार्किंग और यातायात व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
यातायात अव्यवस्था से लोग परेशान
जतमई में हर तरफ अव्यवस्था के कारण परेशान रहते हैं। पार्किंग संचालक सोनू राम कोटवार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मुझे हल्का पटवारी ने पार्किंग व्यवस्था देखने के लिए रखा है। मुझे किसी प्रकार का लिखित आदेश तो नहीं है। मौखिक रूप से तहसीलदार ने भी मुझे पार्किंग व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी है। मैंने ही घटना होने के बाद पुलिस को फोन किया।
भिलाई कोहका आर्य नगर से साहू समाज की सद्भावना यात्रा के तहत महिलाएं जतमाई घटारानी घूमने आई थीं। जतमई स्थल की पार्किंग में सभी महिलाएं खाना खाने के बाद बैठी थीं। उनमें से एक को दूध पिला रही थी। इस बीच पार्किंग में खड़ी सीजी 07 ई 0814 बस के ड्राइवर ने बस को रिवर्स लिया और यह हादसा हो गया। महिला का सिर पहिये से बुरी तरह कुचल गया। आसपासा की पीएचसी भिजवाया, लेकिन बच्चे ने दम तोड़ दिया।
सुमंत साहू पति तेजपाल साहू (30) अपने बच्चे जतमई धाम में इन दिनों सैलानियों की भीड़ है। नया साल भी आने वाला है, और भीड़ रहेगी। लेकिन यहां हर तरफ अव्यवस्था है, खासकर पार्किंग और यातायात व्यवस्था को लेकर। पार्किंग व्यवस्था ग्राम पंचायत गाय डाबरी का कोटवार सोनू राम कुलदीप के देखरेख में महिलाएं दौड़ी और बच्चे के उठाकर पांडुका संचालित हो रही है। बता दें कि पिछले कई माह से पार्किंग एवं जतमई व्यवस्था शासन के हाथों में है।
इस घटना से ग्रामीणों में भारी रोष है। साथ ही सैलानियों में घटना के बाद पार्किंग व्वस्था को लेकर तरह तरह के सवाल उठ रहे हैं। आसपास के ग्रामीणों और सैलानियों ने शासन प्रशासन से व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है।