Home त्यौहार महाविद्यालय स्थापना के 50वीं वर्षगांठ पर स्वर्ण जयंती समारोह सम्पन्न…

महाविद्यालय स्थापना के 50वीं वर्षगांठ पर स्वर्ण जयंती समारोह सम्पन्न…

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राजिम: बता दे की शासकीय राजीव लोचन स्नात्कोत्त्तर स्थापना के 50वीं वर्षगांठ पर,27 जुलाई को स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्री राम कुमार गोस्वामी, नव नियुक्त अध्यक्ष, कृृषि उपज मंडी राजिम, अध्यक्षता माननीय श्री गिरीश राजानी अध्यक्ष जनभागीदारी समिति शासकीय राजीव लोचन स्नात्कोत्तर महाविद्यालय राजिम, विशिष्ट अतिथि माननीय गणेश गुप्ता जी पूर्व एल्डर मैन नगर पंचायत राजिम, माननीय रामानंद साहू एल्डर मैन नगर पंचायत राजिम एवं विशेष अतिथि माननीय रामकुमार साहू, विधायक प्रतिनिधि जनभागीदारी समिति माननीय कुलेश्वर साहू सदस्य जनभागीदारी समिति, माननीय खेमसिंह ध्रुव सदस्य जनभागीदारी समिति, माननीय सुनील तिवारी सदस्य जनभागीदारी समिति सहित, कई सदस्य महाविद्यालय प्रतिनिधि मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माॅ वीणावाणी सरस्वती वंदना एवं छ.ग.महतारी को अरपा पैरी के धार….से प्रस्तुत की। उसके बाद अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। संस्था के प्रमुख डाॅ. सोनिता सत्संगी ने भाषण देते हुए कहा- महा. स्थापना के 50वीं वर्षगांठ सभी को शुभकामनाएं. माननीय श्री अमितेष शुक्ला जी के सहयोग, आशीष एवं जनभागीदारी समिति के समस्त पदाधिकारीयों के मार्गदर्शन से महाविद्यालय सतत प्रगति कर रही है । आज छात्रों को विविध प्रकार की सुविधा जैसे कैंटिन, गार्डन, जिम आदि उपलब्ध करा रही है, जो निश्चित ही छात्र हित में हैं और इसके लिए महा.परिवार जनभागीदारी समिति के समस्त पदाधिकारीयों के प्रति आभारी है।
उद्बोधन में विशेष अतिथि श्री रामकुमार साहू ने कहा- माननीय श्यामाचरण शुक्ला जी तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा राजिम क्षेत्र के विकास हेतु सतत प्रयासरत है ।उन्होंने क्षेत्र में सिंचाई उपलब्ध कराने का महती कार्य किया।माननीय सुनील तिवारी ने कहा कि – काफी संघर्ष, परिश्रम से क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्रसार हेतु महाविद्यालय की स्थापना 1972 में की गई ,जो निश्चित ही समान कार्य रहा । महाविद्यालय की आज 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं जो हर्ष का विषय है। अपने उद्बोधन में श्रीमती सरिता यदु ने महा. स्थापना दिवस के अवसर पर सभी को बधाईयां प्रेषित की। अध्यक्षीय संबोधन मेें गिरीश राजानी ने कहा- आप सभी को महाविद्यालय स्थापना पर 50वीं वर्षगांठ स्वर्ण जयंती पर सभी को शुभकामनायें। पंचायत मंत्री जी के पहल से महाविद्यालय के अधोसंरचना, रोजगारमुखी पाठ्यक्रम यथा पी.जी.डी.सी.ए. एवं डी.सी.ए. स्नातक स्तर में भूगोल, गृहविज्ञान स्नातकोत्तर स्तर में वनस्पति विज्ञान, समाजशास्त्र की कक्षाएं प्रारम्भ हुई.
उसके बाद मुख्य अतिथि माननीय राम कुमार गोस्वामी ने संबोधित कहते हुए सभी को महाविद्यालय स्थापना एवं स्वर्ण जयंती समारोह वर्ष के लिए बधाई दिया और कहा कि राजिम क्षेत्र के सुधी जनों के प्रयास में 1972 में महा. की स्थापना की जिस उद्देश्य को लेकर महा. स्थापना किया गया था,वह आज पूरा हो रहा है। यहाॅं के छात्र-छात्राएं देश के उच्च संस्थान जैसे एम्स में सेवा दे रहे है,जो हम सभी के लिए गौरव की बात है। आगे भी यहाॅं के छात्र-छात्राएं सभी क्षेत्रों में अपना नाम रोशन करेंगें । छ.ग. के प्रयाग के नाम से विख्यात यह नगरी में प्रतिभाओं कीकोई कमी नहीं केवल तराशने की आवश्यकता है।जिसे यहाॅं के प्राध्यापक गण बखुबी निभा रहे हैं।माननीय प्रथम पंचायत मंत्री श्री अमितेष शुक्ला जी का आशीर्वाद एवं सहयोग सदैव महाविद्यालय पर रहे। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा डाॅं. गोवर्धन यदु द्वारा संपादित महाविद्यालय समाचार पत्र ’कमल क्षेत्र’ के द्वितीय अंक माह जून का लोकार्पन किया गया जो निश्चित ही सराहनीय कार्य है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद हैदराबाद एवं NAAC, NSS, ECO, CLUB के संयुक्त तत्वाधान से पर्यावरण संरक्षण जागरूकता सप्ताह के प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र अतिथियों के करकमलों दिया गया । साथ-साथ पी.एन. पणिककर (फाउंडेशन केरल के सौजन्य से गंथालय द्वारा राष्ट्रीय रीडिंग डे के अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागी कों पुरष्कृत किया गया। अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर महा. के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. ए. गोयल, प्रो. एम एल वर्मा, प्रो. जी.पी. यदु, डाॅ. गोवर्धन यदु, डाॅ. संगीता झा, डाॅ. समीक्षा चंद्राकर, प्रो. क्षमाशिल्पा मसीह, प्रो. योगेश तारक, श्री लोकेश कुमार (गंथापाल) ,प्रो. भानुप्रताप नायक ,प्रो. श्वेता खरे , प्रो. मनीषा भोई, प्रो. आकाश बाघमारे, प्रो. मुकेश कुर्रे , डाॅ. देवेन्द्र देवांगन, महा. समस्त कर्मचारी, छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. जी.पी.यदु ने किया एवं आभार प्रदर्शन प्रो. श्वेता खरे के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की संयोजक प्रो. चित्रा खोटे रही।

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